UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी (मंजरी)…
Answers:
कुछ करने को
प्रश्न 1.
आर्य समाज संस्था ने भारतीय समाज में फैली रूढ़ियों एवं आडम्बरों को दूर करने का प्रयास किया। वह भारत का नव जागरण काल था। आर्य समाज के अतिरिक्त ब्रह्म समाज, प्रार्थनासमाज, थियोसॉफिकल सोसाइटी जैसी अनेक संस्थाओं ने भी समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया था। इन संस्थाओं के संस्थापकों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर :
ब्रह्म समाज-ब्रह्म समाज के संस्थापक .राजाराम मोहन राय थे। राजाराम मोहन राय अपने समय के विशिष्ट समाज सुधारक थे। उन्हें भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत का जनक कहा जाता था। उनका जन्म बंगाल में 22 मई 1772 में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने बाल-विवाह, सती–प्रथा, जातिवाद, कर्मकांड, परदा-प्रथा आदि का भरपूर विरोध किया। राजाराम मोहन राय ने ब्रह्म मैनिकल मैग्जीन, संवाद, कौमुदी, मिरात-उल-अखबार, बंगदूत जैसे स्तरीय पत्रों का संपादन-प्रकाशन भी किया। 27 सितंबर 1833 को इनका देहांत हो गया था।
प्रार्थना समाज – प्रार्थना समाज के संस्थापक आत्माराम पांडुरंगा तथा केशवचंद्र सेन थे। आत्माराम का जन्म 1823 ई. में हुआ था। वे एक चिकित्सक तथा समाज सुधारक थे। वे मुंबई प्राकृतिक इतिहास सोसाइटी के संस्थापकों में से एक थे। उनकी मृत्यु 1898 में हुई थी। केशवचंद्र सेन का जन्म 19 नवंबर 1838 को कोलकाता में हुआ था। वे बंगाल के हिंदू दार्शनिक, धार्मिक उपदेशक एवं समाज सुधारक थे। उनकी मृत्यु 8 जनवरी 1884 में हुई।
थियोसॉफिकल सोसाइटी – थियोसॉफिकल सोसाइटी की संस्थापिका डॉ० एनी बेसैण्ट थीं। उनको जन्म 1 अक्टूबर 1847 में लंदन में हुआ था लेकिन आगे चलकर वे भारत की नागरिक बन गई थीं। श्रीमति एनी बेसैण्टे अग्रणी आध्यात्मिक महिला अधिकारों की समर्थक, लेखिका, वक्ता एवं भारत प्रेमी महिला थीं। सन 1947 में वे राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष भी बनी। सितंबर 1916 में उन्होंने होमरूल लीग (स्वराज्य संघ) की स्थापना की थी। 20 सितंबर 1953 को उनकी मृत्यु हो गई थी।
प्रश्न 2.
वर्तमान समय में प्रकाशित होने वाली किन्हीं चार बाल पत्रिकाओं के नाम लिखिए।
उत्तर :
चंपक, नंदन, सुमन सौरभ, बालभास्कर।
प्रश्न 3.
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
विचार और कल्पना- नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।