UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 16 सोना (मंजरी) समस्त गद्याथों की…
Answers:
पर हिरन यह …………………………………………….. चेष्टाएँ हैं।
संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘सोना’ नामक पाठ से लिया गया है। इसकी लेखिका ‘महादेवी वर्मा’ हैं।
प्रसंग – लेखिका का कथन है कि कुत्ता, स्वामी और सेवक का अन्तर जानता है। वह प्यार से बुलाने पर पूँछ हिलाता है और डाँटने पर दयनीय बनकर दुबकता है।
व्याख्या – हिरन कुत्ते के मालिक या पालने वाले के क्रोध को नहीं पहचानता। उसका पालने वाले से डरना मुश्किल होता है। वह अपनी चकित आँखों से पालने वाले से दृष्टि मिलाए रहता है, मानो वह नाराजगी का कारण पूछता हो। हिरन केवल मालिक या पालनकर्ता को अपने प्रति प्रेम ही पहचानता है। जिसकी। अभिव्यक्ति वह अपनी विशेष चेष्टाओं, जैसे-सटकर खड़ा होना, सिर के ऊपर उछल-कूद आदि से करता है।